Health tips in hindi. ||स्वास्थ्य के बारे में सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में || knowledge point By Abhay Maurya

 Health tips in hindi. ||स्वास्थ्य के बारे में सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में .


तो दोस्तो आप लोग कैसे है मैं आशा करता हूँ कि आप लोग स्वस्थ होंगे मस्त होंगे तो चलिए हम लोग जानते हैं कि हम अपने शरीर को स्वस्थ कैसे रखें

रोज व्यायाम करें 

सन्तुलीत आहार ले  



पर्याप्त निंद ले
जल की मात्रा बढाये

तनाव काम करे

 तो चलो दोस्तो हम लोग हर एक Topic को अच्छे से समझे हैं

भुजंगासन (Cobra Pose)


  यह आसन पीठ दर्द, स्लिप डिस्क, और रीढ़ की हड्डी से संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद करता है यह फेफड़ों की क्षमता को भी बढ़ाता है और अस्थमा के रोगियों के लिए सबसे अच्छा उपाय है इसकी वजह से आप लोगो को काम करने में आसानी होगी इसे  हर्निया के बिमारी में नहीं करना चाहिए।

 वज्रासन (Thunderbolt Pose)

 


 वज्रासन पाचन तंत्र को मजबूत करता है, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं को दूर करता है जिस कारण आपको पेट संबंधहित समस्याओं से मुक्ति मिलती है इसे खाने के बाद किया जा सकता है, जिससे भोजन को अच्छी तरह से पचाने में मदद मिलती है।


 

शीर्षासन (Headstand)

 

यह आसन सिरदर्द, अनिद्रा, और मानसिक तनाव को कम करता है जिसका हमारा दिमाग अच्छे से काम करें। यह मस्तिष्क को अधिक ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करता है, जिससे याददाश्त और एकाग्रता बढ़ती है हमें कोई भी चीज़ जल्दी याद हो जाती है और जल्दी भूलते नहीं है ।


 हलासन (Plough Pose)

 

 यह आसन मोटापे, पेट की समस्याओं, और थाइरोइड के असंतुलन को ठीक करने के लिए यह योग करना चाहिए । यह रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है और तनाव को कम करता है जिसका कारण हमारा शरीर स्वस्थ रहता है.

पवनमुक्तासन (Wind-Relieving Pose)



 

 पेट के गैस और एसिडिटी जैसी समस्याओं को दूर करता है। यह कब्ज और अपच के लिए भी लाभदायक रहता है। 

अनुलोम-विलोम प्राणायाम (Alternate Nostril Breathing)

 

यह प्राणायाम तनाव, उच्च रक्तचाप, और सांस की समस्याओं को दूर करने में  मदत करता है । यह मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाता है और मानसिक शांति प्रदान करता है।

सर्वांगासन (Shoulder Stand)


 यह आसन थाइरोइड और पैराथाइरोइड ग्रंथियों के लिए लाभकारी है। यह शरीर के संपूर्ण रक्त संचार को बढ़ाता है और वजन घटाने में मदद करता है।


सन्तुलीत आहार ले  

हल्दी का महत्त्वपूर्ण उपयोग 

 स्वास्थ्य में सुधार

    हल्दी के प्रयोग से हम अनेक प्रकार के बीमारियो से बच सकते है  यह एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण , जो इम्यून सिस्टम को बढाने में मदद करती है जिक करन हम रोगो से लड़ सकते हैं ।

त्वचा के लिए लाभकारी



   हल्दी का लेप लगन से त्वचा की समस्याओं जैसे कि मुहांसे, दाग-धब्बे, और झुर्रियों को डर कर देता है और आपके चेहरे पर गोरपन आ जाता है यह त्वचा को चमकदार और सुंदर बनाती है।और आपके चेहरे संबंध कोई भी बिमारी को नहीं होने देते।


पाचन तंत्र में सुधार



    हल्दी पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करती है जिस कारण हम स्वस्थ रहते हैं। इसे दूध या पानी के साथ लेने से पाचन से संबंधित समस्याएं जैसे गैस, एसिडिटी और पेट किसी भी समस्या को आसानी से सुधारा जा सकता है।


घाव और चोटों के लिए



   हल्दी में प्राकृतिक एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो घाव और चोटों को जल्दी भरणे में मदद करता है जिस कारण हमारा चोट ठीक हो जाता है। इसे घाव पर लगाने से संक्रमण का खतरा कम होता है।

जोड़ों के दर्द में राहत

   हल्दी का सेवन करना से जोड़ों के दर्द और सूजन भी ठीक हो जाता है। यह गठिया जैसी बीमारियों मे उपयोगी रहता है ।

वजन घटाने में मदद



    हल्दी के सेवन से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है, जिससे वजन घटाने में  यह शरीर की चर्बी को कम हो जाती है 

हृदय स्वास्थ्य के लिए



   हल्दी का रोजाना सेवन हृदय की सेहत के लिए लाभ दयाक है। यह कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करती है और हृदय रोगों के जोखिम को कम करती है।

 हल्दी के ये सभी गुण इसे एक अत्यंत लाभदयाक औषधि बनाते हैं, जिसे रोज़  जीवन में विभिन्न तरीकों से उपयोग किया जा सकता है।और हम बिमारियों से बच सकते हैं।



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