पृथ्वी की आंतरिक संरचना internal structure of the earth ||< Knowledge point By Abhay Maurya

 पृथ्वी की आंतरिक संरचना internal structure of the earth


Knowledge point by Abhay maurya 



  • पृथ्वी की आंतरिक संरचना भू-भौतिकी का वषय है।
  • घनत्व को g·cm⁻³ में व्यक्त करते हैं।
  • आंतरिक संरचना ज्ञात करने के साधन
  1. प्राकृतिक --तप दाब घनत्व
  2. अप्राकृतिक -- भूकम्प ज्वालामुखी 
  3. परंपरागत --वैज्ञानिकों के अनुसार 
👉पृथ्वी की औसत घनत्व 5.5g·cm⁻³
👉 सेटरलाइट विद्यानो के अनुसार 5.517 g·cm⁻³
👉कवेंदिन के अनुसार --5.48 g·cm⁻³
👉 प्वाइंटिग के अनुसार --5.49 g·cm⁻³

दाब pressure --

उपरी चट्टान का निचले चट्टान पर दबने से घनत्त्व बढ़ता है।

Physics ka niyam 
एक सीमा के बाद दबाव बढ़ने पर घनत्त्व नहीं बढ़ता है।केन्द्र का घनत्व अधिक नहीं हो पाता बाल्की अधिक का करण भारी पदार्थो  का निर्माण करना |

ताप ---

बढती गहराई के साथ तपमान में वृद्धि अन्वस्ट परंतु ताप वृद्धि दर में गहराइ के साथ कामी आती है.
32 मीटर, गहराई पर 1डिग्री सेंटग्रेट की तपमान की बधौत्री होती है ऐसी स्थिति में केंद्र में लाखो डिग्री सेंटर में तापमान होगा परंतु ऐसा नहीं है.

पुश्ती की उपरी परत में रेडियो सक्रिय padarth जैसे - यूरेनियम थोरियम, पोटाशियम आग्नेय चट्‌टान में उपस्थित होता है जिसने ऊर्जा उत्पन्न होती है।

महाद्वीपी क्रस्ट में तापमान में परिकलन भूताप ग्राफ geothermal graph से किया जाता हैं।

अधिक दाब के कारण अधिक तापमान होने के बावजूद भी चट्टानें ठोस गुण धारण करती हैं। अर्थात चट्टानो का गलनांक बढ जाता है।

By Abhay Maurya --




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